पंडित मनोहर जोशी जी का परिवार 50 वर्षों से उज्जैन में निवास कर रहा है। मंगल भात पूजा के विशेषज्ञ होने के नाते, पंडित जी ने इस पूजा में गहरी विशेषज्ञता विकसित की है। उन्होंने आज तक सैकड़ों मंगल भात पूजा विधानों का सफलतापूर्वक संचालन किया है, और सभी यजमान पूजा के बाद तुरंत शुभ परिणाम प्राप्त करते हैं।
मंगल भात पूजा एक महत्वपूर्ण वैदिक अनुष्ठान है, जो विशेष रूप से वैवाहिक जीवन, संतान सुख, और समृद्धि के लिए किया जाता है। यह पूजा तब आवश्यक मानी जाती है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष या मांगलिक दोष पाया जाता है।
हिंदू ज्योतिष के अनुसार, यदि मंगल अशुभ स्थिति में हो या लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम या द्वादश भाव में स्थित हो, तो यह विवाह और पारिवारिक जीवन में बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। ऐसे में मंगल भात पूजा करने से इन दोषों का शमन होता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
पंडित मनोहर जोशी जी की वर्षों की तपस्या और अनुभव से यजमानों को मंगल भात पूजा के प्रभाव से तुरंत सकारात्मक परिवर्तन और जीवन में शुभ फल प्राप्त होते हैं।
मंगल दोष शांति पूजा के शुभ फल :
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महाशिवरात्रि, न
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लघु मृत्युंजय मंत्र
ॐ
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